Mukhyamantri Besahara Govansh Sahbhagita Yojana:- नमस्कार दोस्तों, जैसा की आप सभी जानते हैं आज हमारे आप पास कई बेसहारा पशू घूमते हैं। जो की भोजन की तलाश में कई बार भीड़ -भाड़ वाले स्थानों पर पहुँच जाते हैं। जिनसे न केवल हमे अपितु उन्हें ही दिक़्क़त होती है। कई बार ये जानवर दुर्घटना का भी कारण बन जाते हैं। इन समस्याओ को देखते हुए। यूपी सरकार ने एक योजना चलाई है। इस योजना का नाम सरकार ने मुख्यमंत्री सहभागिता योजना रखा हुआ है। योजना के माध्यम से सरकार के द्वारा पहले जो राशि दी जाती थी, उसमें अब गवर्नमेंट ने बढ़ोतरी कर दी है। यह बढ़ोतरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आदेश के पश्चात की गई है।
अब इस योजना के माध्यम से हर महीने लाभार्थी लोगों को थोड़ी अधिक रकम प्राप्त होगी। चलिए इस आर्टिकल में योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं और जानते हैं कि आखिर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना क्या है और यूपी मुख्यमंत्री बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना में आवेदन कैसे करें।
Highlights of Mukhyamantri Besahara Govansh Sahbhagita Yojana
योजना का नाम | Mukhyamantri Besahara Govansh Sahbhagita Yojana |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
योजना की शुरुआत | साल 2019 |
किसने शुरू की | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए |
उद्देश्य | बेसहारा पशुओं की देखभाल करवाना |
आधिकारिक वेबसाइट | http://www.animalhusb.upsdc.gov.in/en |
हेल्पलाइन नंबर | 0522-2740482 एवं 18001805999 |
Mukhyamantri Besahara Govansh Sahbhagita Yojana
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा साल 2019 में 6 अगस्त के दिन उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में मुख्यमंत्री सहयोगिता योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना को गौवंश सहभागिता योजना भी कहा जाता है। सरकार ने योजना का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के सभी ऐसे लोगों के लिए किया हुआ है,
जो निराश्रित अथवा बेसहारा गाय या बैल को पालना चाहते हैं। यदि ऐसा कोई भी व्यक्ति करना चाहता है, तो उसे इस योजना के माध्यम से अब हर महीने 1500 रुपए दिए जाएंगे।
पहले योजना के तहत मिलने वाली हर महीने की रकम सिर्फ ₹900 थी। इस प्रकार से 1 साल में प्रति लाभार्थी किसान या व्यक्ति को ₹15000 की सहायता डायरेक्ट अपने बैंक अकाउंट में हासिल हो सकेगी। पहले योजना के अंतर्गत 3 महीने का पैसा एक साथ देने का प्रावधान रखा गया था, परंतु बाद में 3 महीने में अमाउंट पेमेंट करने के प्रावधान को खत्म किया गया और अब हर महीने लाभार्थी को पैसा दिया जाएगा।
Mukhyamantri Besahara Govansh Sahbhagita Yojana कर उद्देश्य
हम जानते है की उत्तर प्रदेश एक बड़ी आबादी वाला राज्य है, जहां पर अधिकतर लोग खेती किसानी करने का काम और पशु पालन करने का काम करते हैं। कई बार जो लोग पशुपालन करते हैं, वह किसी कारण की वजह से गांव से शहर की तरह पलायन कर जाते हैं।
ऐसे में वह अपने पाले हुए जानवरों को खुला छोड़ देते हैं, जिससे जानवर यहां वहां भटकते हैं और दूसरे की फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में सरकार ने उत्तर प्रदेश बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना की शुरुआत की, ताकि योजना के अंतर्गत यदि कोई भी व्यक्ति बेसहारा या फिर निराश्रित गाय अथवा बैल अन्य पशु को बांधकर उनकी सेवा करता है और उन्हें पालने का काम करता है तो उसे हर महीने निश्चित राशि की सहायता दी जाएगी।
यूपी मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना लाभ एवं विशेषताएं
•पशुओं की ईयर टैनिंग भी की जाएगी जिससे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की सम्भावना कम हो जाएगी।
•पशुपालकों, किसानों द्वारा आवारा पशुओं आसरा देने निराश्रित पशुओं द्वारा सदल दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
•पशुपालकों और किसानो द्वारा आवारा पशुओं को आसरा देने में खेती में होने वाले नुकसान को भी खत्म किया जा सकता है जो आवारा पशु खेत चार जाते थे वो अब नहीं होगा।
•योजना के अंतर्गत बेसहारा और निराश्रित गाय और बैल की सेवा करने पर व्यक्ति को हर महीने एक निश्चित राशि मिलेगी।
•यह अमाउंट अब हर महीने 1500 रुपए दिए जायेगा। पहले यहां राशि हर महीने सिर्फ ₹900 ही दिए जाते थे।
•पहले हर 3 महीने में पैसे मिलते थे परंतु अब हर महीने योजना के माध्यम से पैसा बैंक खाते में दिया जाएगा।
•पैसा पाने के लिए व्यक्ति के पास किसी भी ग्रामीण बैंक या फिर राष्ट्रीय बैंक में बैंक खाता होना चाहिए।
•इस योजना के तहत पैसा देने के लिए सरकार डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर मोड का इस्तेमाल करेगी।
•योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा बेसहारा गोवंश के भरण पोषण के दैनिक मिलने वाले पैसे को ₹30 से बढा करके ₹50 कर दिया है और बढ़ा हुआ पैसा अक्टूबर के महीने से मिलना शुरू हो चुका है।
मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना पात्रता
•यूपी के मूल निवासी वाले व्यक्ति ही इस योजना के लिए पात्रता रखते हैं।
•वही व्यक्ति योजना के पात्र होंगे, जो गोवंश पालने का एक्सपीरियंस रखते हैं।
•व्यक्ति के पास पशुओं को पालने के लिए पर्याप्त मात्रा में जगह उपलब्ध होनी चाहिए।
•एक व्यक्ति को सिर्फ चार गोवंश ही पालने के लिए दिए जाएंगे जिसमें नए जन्मे बछडे की गणना नहीं होगी।
•योजना के लाभार्थी व्यक्ति के पास बैंक अकाउंट होना चाहिए और बैंक अकाउंट से आधार कार्ड लिंक होना चाहिए।
•दूध की कमेटी से जो लोग जुड़े हुए हैं, उन्हें भी इस योजना में प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना दस्तावेज
•आधार कार्ड की फोटो कॉपी
•पैन कार्ड की फोटो कॉपी
•फोन नंबर
•ईमेल आईडी
•पासपोर्ट साइज फोटो
Mukhyamantri Besahara Govansh Sahbhagita Yojana ऑनलाइन आवेदन
•मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना में आप ऑनलाइन और ऑनलाइन दोनों आवेदन कर सकते हैं।
•ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आपको महत्वपूर्ण दस्तावेजों की फोटोकॉपी के साथ अपनी ग्राम पंचायत के अंतर्गत आना होगा और वहां से योजना आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।
•और ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
•अब आपको अपनी ग्राम पंचायत के कैटलॉग में जाना होगा और वहां पर आवेदन पत्र, महत्वपूर्ण दस्तावेजों की फोटोकॉपी के साथ जमा करना होगा।
•अब पुस्तकालय के कर्मचारियों द्वारा आपके आवेदन पत्र और दस्तावेजों की जांच की जाएगी। यदि सब कुछ ठीक है, तो आपको पहेली में गोवंश और बैल पालन के लिए मुहर लगानी होगी।
•अब दस्तावेजों के कर्मचारियों द्वारा आपके आवेदन पत्र और दस्तावेजों को पोस्ट किया जाता है, जहां आपके जानकारी पोर्टल में दर्ज की जाती है, और जानकारी दर्ज होने की जानकारी आपके फोन नंबर पर प्राप्त होती है।
•इस तरह से आप आसानी से मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना में आवेदन कर सकते हैं।
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